
Taj hotel mumbai, attacked by Tahwaur Rana
Mumbai Attack: 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा की आवाज और हैंडराइटिंग के सैंपल लेने की इजाजत एनआईए को मिल गई है।
हाल ही में अमेरिका से भारत आया था आरोपी
स्पेशल एनआईए कोर्ट के जज चंदर जीत सिंह की अदालत में एनआईए ने आवाज व हैंडराइटिंग की मांग को मंजूरी देने का आवेदन दिया था। इस समय तहव्वुर राणा एनआईए की कस्टडी में है। उसे हाल ही में अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया गया है।
12 दिन और बढ़ी एनआईए कस्टडी
कोर्ट ने 28 अप्रैल 2025 को तहव्वुर राणा की एनआईए कस्टडी 12 दिन के लिए और बढ़ा दी थी। सुनवाई के दौरान एनआईए ने कोर्ट को बताया कि राणा को 26/11 हमलों से जुड़े कई दस्तावेज और सबूत दिखाए गए हैं। एजेंसी ने कहा कि पूछताछ पूरी करने के लिए और समय चाहिए।
पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा राणा
एनआईए ने कोर्ट में कहा कि राणा पूछताछ में टालमटोल कर रहा है और सहयोग नहीं कर रहा। एजेंसी ने कहा कि उससे हमलों में उसकी भूमिका को लेकर अहम जानकारी हासिल करनी है, इसलिए कस्टडी बढ़ाना जरूरी है।
दोनों पक्षों की ओर से पेश हुए वकील
इस केस में एनआईए की ओर से सीनियर एडवोकेट दयान कृष्णन और स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नरेंद्र मान ने पैरवी की। वहीं, तहव्वुर राणा की ओर से लीगल सर्विसेज के वकील पीयूष सचदेवा ने पक्ष रखा। राणा के वकील ने कस्टडी बढ़ाने का विरोध किया और कहा कि अब और पूछताछ की जरूरत नहीं है।
अमेरिका से प्रत्यर्पित हुआ था राणा
64 साल का तहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई बिजनेसमैन है। उसे इस महीने की शुरुआत में अमेरिका से भारत लाया गया था। मुंबई हमलों में उसकी कथित भूमिका को लेकर उसे प्रत्यर्पित किया गया। फिलहाल वह दिल्ली में एनआईए की कस्टडी में है और उससे पूछताछ जारी है।
26/11 हमलों में 170 से ज्यादा लोगों की मौत
मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमलों को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने अंजाम दिया था। इन हमलों में 170 से ज्यादा लोगों की जान गई थी और सैकड़ों घायल हुए थे। तहव्वुर राणा की गिरफ्तारी और पूछताछ भारत की उस कोशिश का हिस्सा है, जिसके तहत हमलों के सभी साजिशकर्ताओं को सजा दिलाने की कोशिश की जा रही है।