
Supreme Court Chief Justice BR Gavai
JUSTICE Family: देश के अगले मुख्य न्यायाधीश (CJI) बनने जा रहे जस्टिस भूषण गवई की मां कमलताई गवई ने कहा है कि उनके बेटे ने यह मुकाम अपनी मेहनत, लगन और गरीबों की सेवा से हासिल किया है।
यह कहा कमलताई ने
14 मई को जस्टिस गवई देश के 51वें CJI के रूप में शपथ लेंगे। कमलताई ने कहा, “एक मां के तौर पर मैं चाहती थी कि मेरे बच्चे अपने पिता के रास्ते पर चलें, समाज की सेवा करें और सभी को सम्मान और न्याय दें। आज यह सपना पूरा हुआ है। यह हमारे लिए गर्व और संतोष का पल है। जस्टिस गवई महाराष्ट्र के अमरावती जिले के रहने वाले हैं। वे बिहार, केरल और सिक्किम के पूर्व राज्यपाल और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (गवई) के नेता रहे आर. एस. गवई के बेटे हैं।
कदम-दर-कदम मेहनत से पहुंचे शीर्ष पद तक
कमलताई ने कहा, “बचपन से ही कठिन हालातों में रहकर बेटे ने पढ़ाई की। उसने कभी शॉर्टकट नहीं लिया, हर पद पर ईमानदारी से काम किया। मुझे पूरा विश्वास है कि वह CJI के रूप में भी न्याय करेगा।”
सामान्य स्कूल से पढ़ाई, मेहनत से हासिल की सफलता
उन्होंने बताया कि जस्टिस गवई ने अमरावती के एक सामान्य स्कूल से पढ़ाई की थी। लेकिन अपनी मेहनत, क्षमता और लगन से वह पढ़ाई में आगे बढ़ते गए।
गरीबों की मदद करते हैं, अस्पताल का खर्च भी उठाते हैं
कमलताई ने कहा, “वह आज भी बहुत से जरूरतमंदों की मदद करते हैं। कई बार लोगों के इलाज का खर्च भी खुद उठाते हैं। मुझे लगता है कि गरीबों की सेवा का ही यह इनाम उन्हें मिला है।”
CJI बनने के बाद क्या उम्मीद है?
इस सवाल पर कमलताई ने कहा, “मुझे लगता है कि वह देश के लिए काम करेगा और उसके फैसले जनहित में होंगे।”
बहन ने कहा- यह पूरे महाराष्ट्र के लिए गर्व का पल
जस्टिस गवई की छोटी बहन कीर्ति अर्जुन ने कहा, “अमरावती जैसे सामान्य शहर से निकलकर भाई ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी पाई है, यह पूरे महाराष्ट्र के लिए गर्व की बात है। मुझे पूरा भरोसा है कि वह यह जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाएंगे।”
डॉ. आंबेडकर की विरासत को आगे बढ़ाएंगे
कीर्ति ने कहा, “भूषण दादा बहुत संवेदनशील और व्यावहारिक हैं। वह दिल और दिमाग दोनों से फैसले लेते हैं। उनके निर्णय दूरदर्शिता का परिचय देते हैं। मुझे विश्वास है कि वह डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की विरासत को आगे बढ़ाएंगे।