
Judge's Verma Residence Store Room
Judge’s Row-5:शीर्ष न्यायालय ने शनिवार देर शाम अपनी वेबसाइट पर दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय की जांच रिपोर्ट, नकदी बरामद होने के संबंध में फोटो और वीडियो अपलोड किया।
साझा वीडियो ने जांच करने के लिए किया प्रेरित
न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के आवास पर नकदी की जली हुई गड्डियों का पुलिस आयुक्त द्वारा साझा किया गया वीडियो तथा दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश द्वारा गहन जांच की मांग करने संबंधी प्रारंभिक निष्कर्षों ने भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना को न्यायाधीश के खिलाफ आरोपों की आंतरिक जांच करने के लिए एक समिति गठित करने के लिए प्रेरित किया है।
नोटों की चार से पांच अधजली बोरियां बरामद…
न्यायमूर्ति उपाध्याय द्वारा मुख्य न्यायाधीश को भेजी गई रिपोर्ट में आधिकारिक संचार के संबंध में सामग्री शामिल है, जिसमें कहा गया है कि न्यायाधीश के लुटियंस दिल्ली आवास से भारतीय मुद्रा नोटों की चार से पांच अधजली बोरियां बरामद की गई थीं।
यह रही न्यायमूर्ति उपाध्याय की रिपोर्ट…
न्यायमूर्ति उपाध्याय ने 21 मार्च की अपनी रिपोर्ट में कहा, घटना की रिपोर्ट, उपलब्ध सामग्री और न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के जवाब की जांच करने पर, मुझे जो पता चला वह यह है कि पुलिस आयुक्त ने 16 मार्च, 2025 की अपनी रिपोर्ट में बताया है कि न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के आवास पर तैनात गार्ड के अनुसार, 15 मार्च, 2025 की सुबह जिस कमरे में आग लगी थी, वहां से मलबा और अन्य आंशिक रूप से जले हुए सामान हटा दिए गए थे…. “तदनुसार, मैं प्रथम दृष्टया इस राय का हूं कि पूरे मामले में गहन जांच की आवश्यकता है। हालांकि, सीजेआई द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच समिति द्वारा जांच पूरी करने के लिए कोई समयसीमा तय नहीं की गई है।
न्यायमूर्ति उपाध्याय की 25 पन्नों की जांच रिपोर्ट
शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर अपलोड की गई न्यायमूर्ति उपाध्याय की 25 पन्नों की जांच रिपोर्ट में हिंदी में दो संक्षिप्त नोट हैं, जिनमें उल्लेख किया गया है कि 14 मार्च को न्यायमूर्ति वर्मा के आवास के स्टोर रूम में लगी आग को बुझाने के बाद, चार से पांच अधजले बोरे मिले, जिनमें नोट भरे हुए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि शॉर्ट-सर्किट के कारण आग लगी। दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने न्यायमूर्ति उपाध्याय के साथ जो वीडियो साझा किया है, उसमें साफ तौर पर जली हुई नकदी और आग बुझाते अग्निशमन कर्मी दिखाई दे रहे हैं। न्यायमूर्ति वर्मा ने अपने जवाब में नोट बरामदगी विवाद में आरोपों की कड़ी निंदा की है और कहा है कि स्टोर रूम में न तो उन्होंने और न ही उनके परिवार के किसी सदस्य ने कभी नकदी रखी।