
Anjali Birla
Delhi HC: दिल्ली हाई कोर्ट ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की बेटी और इंडियन रेलवे पर्सनल सर्विस (आईआरपीएस) अधिकारी अंजलि बिड़ला की याचिका पर सुनवाई पूरी करते हुए मामला बंद कर दिया है।
अंजलि ने कोर्ट से रखी थी मांग
यह याचिका सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर दायर की गई थी। जस्टिस ज्योति सिंह ने अंजलि बिड़ला के पक्ष में फैसला सुनाते हुए एक्स कॉर्प (पहले ट्विटर), गूगल और अज्ञात लोगों (जॉन डो) के खिलाफ दायर मुकदमे को समाप्त कर दिया। अंजलि बिड़ला ने कोर्ट से मांग की थी कि सोशल मीडिया से वे पोस्ट हटाए जाएं, जिनमें यह दावा किया गया था कि उन्होंने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर ली क्योंकि उनके पिता एक प्रभावशाली व्यक्ति हैं। उनके वकील ने कोर्ट को बताया कि अंजलि ने 2019 की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की रिजर्व लिस्ट में चयन पाया था और बाद में आईआरपीएस अधिकारी के रूप में रेलवे में शामिल हुईं। कोर्ट ने जुलाई 2023 में अंतरिम आदेश जारी कर सोशल मीडिया एक्स और गूगल को निर्देश दिया था कि वे अंजलि बिड़ला के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट हटाएं। साथ ही अज्ञात लोगों को ऐसे पोस्ट करने, शेयर करने या रीट्वीट करने से भी रोका गया था।
सोशल मीडिया ने कोर्ट को दी जानकारी
सोशल मीडिया एक्स ने कोर्ट को बताया कि 16 में से 12 पोस्ट उनके मूल पोस्ट करने वालों ने हटा दी हैं, जबकि बाकी 4 पोस्ट को प्लेटफॉर्म ने ब्लॉक कर दिया है। कोर्ट ने सोशल मीडिया एक्स को निर्देश दिया कि वे बाकी 4 पोस्ट भी पूरी तरह हटा दें और भविष्य में अगर अंजलि बिड़ला कोई ऐसी ही पोस्ट की जानकारी दें, तो उन्हें भी तुरंत हटाया जाए। कोर्ट ने यह भी कहा कि जिन पोस्ट की शिकायत की गई थी, वे बिना किसी तथ्य की जांच के की गई प्रतीत होती हैं।
2021 में बनी थीं अधिकारी, 2024 में फिर शुरू हुआ सोशल मीडिया अभियान
अंजलि बिड़ला 2021 में आईआरपीएस अधिकारी बनी थीं। कोर्ट ने कहा कि 2024 में फिर से उन्हीं बातों को सोशल मीडिया पर उठाना और जिस भाषा में उन्हें पोस्ट किया गया, वह सही मंशा नहीं दर्शाता। अंजलि के वकील ने कहा कि ये ट्वीट सीधे तौर पर मानहानिकारक हैं और बिना किसी आधार के केवल उनकी छवि खराब करने के लिए किए गए हैं। उन्होंने बताया कि 2021 में भी ऐसे आरोप लगे थे, लेकिन तब मीडिया संस्थानों ने जांच की और मामला शांत हो गया था। अब तीन साल बाद फिर से यह सोशल मीडिया अभियान शुरू हुआ है, जिससे न केवल अंजलि बल्कि उनके परिवार और पिता की भी छवि को नुकसान पहुंच रहा है।
यह दी अंजलि के वकील ने जानकारी
अंजलि के वकील ने कहा, “मैं 2021 में अधिकारी बनी थी, लेकिन अब अचानक फिर से ये बातें उठाई जा रही हैं, क्योंकि नीट और यूपीएससी को लेकर विवाद चल रहा है। सोशल मीडिया पोस्ट से ऐसा लग रहा है जैसे हम सब इसमें शामिल हैं। मेरी निजी तस्वीरें भी पोस्ट की जा रही हैं और कहा जा रहा है कि मैं मॉडल हूं। उन्होंने बताया कि इस मामले में साइबर क्राइम विभाग में भी शिकायत दर्ज कराई गई है।