
Delhi High Court
Delhi HC: हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड ने दिल्ली हाई कोर्ट को आश्वासन दिया कि वह अपनी Lakme Sunscreen के विज्ञापनों से Honasa Consumer Ltd (HCL) पर की गई कथित नकारात्मक टिप्पणियां हटा देगा।
विवादित विज्ञापनों को अंतरिम रूप से हटाने के लिए तैयार
दरअसल, हाईकोर्ट में एक अन्य मुकदमे की सुनवाई के दौरान, जो हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड ने The Derma Co. के खिलाफ दायर किया था। दोनों पक्षों ने कहा कि वे आपसी सहमति से अपने-अपने विवादित विज्ञापनों को अंतरिम रूप से हटाने के लिए तैयार हैं। इसके बाद उम्मीद की जा रही है कि हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड और Honasa के बीच चल रहे इस विवाद में समझौता हो सकता है, जो इस सप्ताह की शुरुआत में दिल्ली और बॉम्बे हाई कोर्ट तक पहुंचा था। अब दिल्ली हाई कोर्ट इस मामले की अगली सुनवाई 21 अप्रैल को करेगा, जबकि बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई मंगलवार को होगी, जहां दोनों पक्ष अपने आदेशों के अनुपालन की रिपोर्ट पेश करेंगे।
यह हुआ दिल्ली हाईकोर्ट में…
The Derma Co ब्रांड के तहत सनस्क्रीन बेचने वाली Honasa Consumer Ltd की ओर से याचिका हाईकोर्ट में दायर की थी। इसकी सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति अमित बंसल ने हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड से कहा कि वह विवादित विज्ञापन और होर्डिंग्स को एक निर्धारित समय सीमा में हटाए। जज ने हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड के वकील से कहा, आप आज से ही विज्ञापन बंद करें। यह दिखाएं कि आप समझौते की भावना में काम कर रहे हैं। ऑनलाइन विज्ञापन तो 24 घंटे में हट सकते हैं। Honasa ने इसपर आरोप लगाया था कि उसने अपने प्रचार अभियान में Honasa के “ऑनलाइन बेस्टसेलर” प्रोडक्ट का उल्लेख करते हुए यह झूठा दावा किया कि उसमें SPF 50 नहीं है।Honasa के वकील ने कहा, आप मेरे प्रोडक्ट को सिर्फ एक पेज की रिपोर्ट के आधार पर गलत नहीं ठहरा सकते। यह कहना कि मेरा प्रोडक्ट वास्तव में SPF 20 है और मैं जनता को गुमराह कर रहा हूं, स्वीकार्य नहीं है। हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड ने अदालत में कहा कि वह ऐसे सभी विवादित अंशों को विज्ञापनों से हटा देगा।
बॉम्बे हाई कोर्ट में मामला और ₹105 करोड़ का दावा
हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड ने बॉम्बे हाई कोर्ट में Honasa के खिलाफ एक अलग मुकदमा भी दायर किया है, जिसमें उसने Honasa की सह-संस्थापक ग़ज़ल अलग द्वारा किए गए लिंक्डइन पोस्ट और कुछ अन्य टिप्पणियों पर आपत्ति जताई है। इसमें हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड ने आरोप लगाया कि Derma Co का एक होर्डिंग सीधे तौर पर Lakme पर निशाना साधता है, जिससे उपभोक्ताओं को यह झूठा संदेश जाता है कि Lakme के सनस्क्रीन उत्पादों का SPF परीक्षण अभी हाल ही में शुरू हुआ है। इस कारण हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड ने ₹105 करोड़ के हर्जाने की मांग की है।
हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड और Honasa दोनों में बनी अंतरिम सहमति
बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों ने कहा कि वे 24 घंटे के भीतर अपने-अपने विवादित विज्ञापन हटाने और 48 घंटे में होर्डिंग्स हटाने पर सहमत हैं। दोनों कंपनियों की प्रतिक्रियाएं िदया। इसमें हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड ने एक बयान में कहा, हम अदालत की कार्यवाही के परिणाम का सम्मान करते हैं। हम अपने Sun Superiority Campaign को कुछ संशोधनों के साथ जारी रखेंगे। इस अभियान का उद्देश्य SPF की प्रभावकारिता, पारदर्शिता और उपभोक्ता सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने आगे कहा, Lakme पिछले एक दशक से वैश्विक मानकों के अनुसार SPF टेस्ट करता आ रहा है। हमने हमेशा विज्ञान की शक्ति में विश्वास किया है। दूसरी ओर, Honasa Consumer (जिसके ब्रांड्स में Mamaearth और The Derma Co शामिल हैं) ने कहा, मामला तब समाप्त हुआ जब हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड ने यह आश्वासन दिया कि वह अपने मौजूदा सनस्क्रीन विज्ञापन अभियान को वापस लेगा और उसमें बदलाव करेगा। Honasa ने कहा कि बदलावों में “ऑनलाइन बेस्टसेलर” शब्द हटाना और विज्ञापन में दिखाए गए पैकेजिंग के रंग को बदलना शामिल होगा।