
Supreme Court View
GLASS GLAZING: सुप्रीम कोर्ट प्रशासन ने बताया, कोर्ट की फुल बेंच ने कोर्टरूम नंबर 1 से 5 के सामने लगे ग्लास ग्लेजिंग को हटाने का फैसला किया है।
एसोसिएशन की मांग पर लिया फैसला
यह फैसला सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) और सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन (SCAORA) की ओर से आई मांग के बाद लिया गया। प्रशासन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि कोर्ट ने इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया। इसमें कोर्ट की मूल भव्यता, दृश्यता, सौंदर्य और पहुंच जैसे पहलुओं को ध्यान में रखा गया। इसके बाद ग्लास ग्लेजिंग हटाने का निर्णय लिया गया।
गलियारों की जगह हो गई थी कम
SCBA ने पिछले साल दिसंबर में तत्कालीन चीफ जस्टिस संजीव खन्ना को पत्र लिखकर एयर-कंडीशनिंग के लिए लगाए गए ग्लास पार्टिशन हटाने की मांग की थी। पत्र में कहा गया था कि इन शीशों की वजह से कोर्ट की गलियारों की जगह काफी कम हो गई है, जिससे वकीलों, क्लर्क्स, इंटर्न्स और वादियों को खासकर व्यस्त समय में आने-जाने में परेशानी होती है। SCBA ने यह भी कहा था कि सुप्रीम कोर्ट की ऐतिहासिक पहचान को बनाए रखने के लिए गलियारों की मूल बनावट को बहाल किया जाना चाहिए।