
Justice Bela M Trivedi
Judge Farewell: सुप्रीम कोर्ट की रिटायर हो रही जज बेला एम. त्रिवेदी को फेयरवेल न देने पर बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने नाराजगी जताई है।
आयोजन करने की अपील की गई
BCI ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) और सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन (SCAORA) से अपील की कि वे जस्टिस त्रिवेदी के लिए औपचारिक विदाई समारोह आयोजित करें। इससे पहले दिन में चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ ने सेरेमोनियल बेंच की कार्यवाही के दौरान SCBA के इस फैसले की आलोचना की। उन्होंने कहा, “मुझे यह बात खुलकर कहनी होगी, क्योंकि मैं स्पष्ट बोलने में विश्वास रखता हूं… एसोसिएशन को ऐसा रुख नहीं अपनाना चाहिए था।
रिटायर हो रहे जजों काे फेयरवेल दिया जाता है
SCBA आमतौर पर रिटायर हो रहे सुप्रीम कोर्ट के जजों के लिए फेयरवेल आयोजित करता है। लेकिन जस्टिस त्रिवेदी के मामले में यह परंपरा नहीं निभाई गई। माना जा रहा है कि कुछ फैसलों के कारण, जो बार से जुड़े वकीलों के खिलाफ गए थे, यह निर्णय लिया गया।
BCI चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने लिखा पत्र
BCI चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने SCBA अध्यक्ष कपिल सिब्बल और SCAORA प्रमुख विपिन नायर को पत्र लिखकर इस पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने लिखा, “इतने सम्मानित जज को फेयरवेल न देना हमारी संस्थागत मूल्यों पर सवाल खड़े करता है। जस्टिस त्रिवेदी ने अपने पूरे करियर में निष्पक्षता, न्याय और ईमानदारी के सिद्धांतों को मजबूती से निभाया है। उन्हें सम्मान देना हमारी जिम्मेदारी है।”
संस्थाएं परंपराओं से चलती हैं…
BCI ने यह भी कहा कि SCBA और SCAORA ने हमेशा कानूनी समुदाय के मूल्यों को आगे बढ़ाया है। आपकी भूमिका सिर्फ सुप्रीम कोर्ट तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश के लिए एक उदाहरण है। मिश्रा ने कहा कि फेयरवेल सिर्फ एक रस्म नहीं, बल्कि न्यायपालिका की गरिमा और परंपराओं के प्रति हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रतीक है। संस्थाएं परंपराओं से चलती हैं, और परंपराएं उन लोगों को सम्मान देने से बनी रहती हैं, जिन्होंने उन्हें सम्मानपूर्वक निभाया है। हम SCBA और SCAORA से आग्रह करते हैं कि वे इस परंपरा को निभाएं और जस्टिस त्रिवेदी को वह सम्मान दें जिसकी वे हकदार हैं।”
11वीं महिला जज बनीं जस्टिस त्रिवेदी
जस्टिस त्रिवेदी सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में नियुक्त होने वाली 11वीं महिला जज थीं। उन्हें 31 अगस्त 2021 को सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त किया गया था और उन्होंने तीन साल से ज्यादा समय तक सेवा दी। हालांकि उनका कार्यकाल 9 जून 2025 तक था, लेकिन निजी कारणों से शुक्रवार को उन्होंने अपना अंतिम कार्यदिवस पूरा किया।