
Delhi News: दिल्ली चिड़ियाघर में इलाज करा रही नौ महीने की मादा सफेद बाघ की निमोनिया से मौत हो गई। चिड़ियाघर के निदेशक संजीव कुमार ने कहा कि सितंबर से अस्पताल में शावक निगरानी में था। वह चार दिन पहले मर गया।
वर्ष 1952 में स्थापित हुआ है दिल्ली चिड़ियाघर
1952 में स्थापित, राष्ट्रीय प्राणी उद्यान, जिसे दिल्ली चिड़ियाघर के नाम से भी जाना जाता है, केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में 176 एकड़ क्षेत्र में स्थित है।
प्रयाेगशाला में भेजे गए मादा शावक के नमूने
अन्य शावकों के लिए निवारक उपचार किए गए।
निदेशक के अनुसार, मादा शावक का इलाज चल रहा था। उसके नमूने परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। शेष जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अन्य शावकों के लिए निवारक उपचार और करीबी निगरानी शुरू कर दी गई है। तीन बाघ शावकों को अलग-अलग कारणों से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिस शावक की मौत हुई है, उसकी हड्डी टूट गई है।अन्य शावकों का इलाज पूरा हो चुका है और वे ठीक हैं।