
Yellow police tape on crime scene
Burnt body: दिल्ली के बुराड़ी इलाके में 30 अप्रैल को खाली प्लॉट में जली हुई लाश को लेकर स्मार्टवॉच की मदद से गुत्थी को सुलझाया गया
सबसे पहले स्मार्टवॉच की जांच शुरू की
उत्तर जिला पुलिस उपायुक्त राजा बंथिया ने बताया कि घटनास्थल से एक स्मार्टवॉच, जला हुआ फोन और एक चांदी की चेन बरामद हुई थी। मृतक का चेहरा बुरी तरह जल चुका था, जिससे उसकी पहचान करना मुश्किल था। पुलिस ने सबसे पहले स्मार्टवॉच की जांच शुरू की। दरअसल, जली हुई लाश मिलने के बाद पुलिस के लिए उसकी पहचान करना मुश्किल हो गया था। लेकिन एक स्मार्टवॉच, जला हुआ मोबाइल फोन और एक सतर्क पड़ोसी द्वारा खींची गई स्कूटर की फोटो ने इस केस को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई।
स्मार्टवॉच से मिली पहली लीड
स्मार्टवॉच की जांच से पता चला कि यह हाल ही में एक महिला ने अपने भाई नीरज नागपाल को गिफ्ट की थी। नीरज की उम्र 30 साल थी। इसके बाद पुलिस ने इलाके में और सुराग जुटाने के लिए डोर-टू-डोर पूछताछ शुरू की।
पड़ोसी ने दी स्कूटर की फोटो
पूछताछ के दौरान पुलिस को किरण नाम की एक महिला मिली, जो घटनास्थल के पास रहती है। किरण ने पुलिस को एक स्कूटर की फोटो दी, जो उसने कुछ दिन पहले खींची थी। उसने बताया कि उस इलाके में कुछ युवक अक्सर नशा करने आते थे, इसलिए वह संदिग्ध वाहनों पर नजर रखती थी।
स्कूटर से जुड़ा नीरज का नाम
किरण द्वारा दी गई स्कूटर की फोटो में दिख रहे नंबर से पता चला कि वह स्कूटर नीरज नागपाल के नाम पर रजिस्टर्ड है। इसके बाद पुलिस ने नीरज के परिवार से संपर्क किया। परिवार ने बताया कि नीरज 22 अप्रैल से लापता था और 25 अप्रैल को तिमारपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
चांदी की चेन से हुई अंतिम पुष्टि
पुलिस द्वारा बरामद की गई चांदी की चेन को नीरज के परिवार ने पहचान लिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण जलने से हुई चोटें बताई गई हैं। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि नीरज की मौत में कोई साजिश तो नहीं थी।
जांच जारी
पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है कि नीरज की मौत हादसा थी या इसके पीछे कोई साजिश है। घटनास्थल से मिले सबूतों और स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।