
shallow photography of USA flag
US News: वाशिंगटन डीसी के उपनगर में लगभग तीन साल पहले अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट जज ब्रेट कवानॉ की हत्या की साजिश रचने के आरोपी एक कैलीफोर्निया निवासी ने अपराध स्वीकार करने का फैसला किया है। यह जानकारी अदालत में दाखिल किए गए दस्तावेज में दी गई।
यह है आरोपी और यह है मामला
सिमी वैली, कैलीफोर्निया के निकोलस जॉन रोस्के को जून 2022 में मैरीलैंड के चेवी चेस में कवानॉ के घर के पास गिरफ्तार किया गया था। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, रोस्के के पास एक बंदूक, चाकू, ज़िप टाई और अन्य सामान था और वह काले कपड़ों में टैक्सी से वहां पहुंचा था। गिरफ्तारी के समय 26 वर्षीय रोस्के ने अमेरिकी न्यायाधीश की हत्या का प्रयास करने का अपराध स्वीकार करने का निर्णय लिया है। यह अपराध आजीवन कारावास की सजा वाला मामला है।
यह थी गिरफ्तारी के पीछे की वजह
एफबीआई के एक एजेंट के हलफनामे के अनुसार, रोस्के ने एक पुलिस जासूस को बताया था कि वह सुप्रीम कोर्ट के उस लीक हुए मसौदे से नाराज था, जिसमें यह संकेत दिया गया था कि रो बनाम वेड (Roe v. Wade) मामले में सुप्रीम कोर्ट गर्भपात के अधिकार को खत्म करने जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, रोस्के ने लिखा था कि एक जज की हत्या से दशकों तक सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को बदला जा सकता है। मैं तीन को निशाना बना रहा हूँ। इसके अलावा, रोस्के टेक्सास के उवाल्डे स्कूल नरसंहार से भी नाराज था और उसे लगा कि कवानॉ बंदूक नियंत्रण कानूनों को और कमजोर करने के लिए वोट देंगे।
यूं पकड़ा गया आरोपी रोस्के
गिरफ्तारी से पहले रोस्के ने खुद 911 पर कॉल कर पुलिस को बताया था कि वह कवानॉ के घर के पास है और आत्महत्या करने की योजना बना रहा है। उस समय जज की सुरक्षा में तैनात अमेरिकी मार्शलों ने उसे संदिग्ध गतिविधियों के कारण पकड़ लिया। रोस्के के खिलाफ सुनवाई 9 जून से शुरू होने वाली है।
मानसिक स्वास्थ्य जांच और अन्य कानूनी प्रक्रियाएं
अक्टूबर 2022 में एक सुनवाई के दौरान, अमेरिकी जिला न्यायाधीश पीटर मेसिटे ने संकेत दिया था कि रोस्के की मानसिक स्थिति की जांच कराई जा सकती है ताकि यह तय किया जा सके कि वह मुकदमे का सामना करने और अपने बचाव में सक्षम है या नहीं। हालांकि, अगस्त 2023 में आरोपी के वकील एंड्रयू सेकेली ने अदालत से कहा कि रक्षा पक्ष किसी मानसिक जांच की मांग नहीं कर रहा है। जनवरी 2024 में न्यायाधीश पीटर मेसिटे के निधन के बाद, न्यायाधीश डेबोरा बोर्डमैन को इस मामले की जिम्मेदारी दी गई है।